"इतिहास - दृष्टि बदल चुकी है...इसलिए इतिहास भी बदल रहा है...दृश्य बदल रहे हैं ....स्वागत कीजिए ...जो नहीं दिख रहा था...वो दिखने लगा है...भारी उथल - पुथल है...मानों इतिहास में भूकंप आ गया हो...धूल के आवरण हट रहे हैं...स्वर्णिम इतिहास सामने आ रहा है...इतिहास की दबी - कुचली जनता अपना स्वर्णिम इतिहास पाकर गौरवान्वित है। इतिहास के इस नए नज़रिए को बधाई!" - डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह


16 February 2014

Atheism - Think over it - नास्तिकता - इस पर विचार करें

नास्तिकता ईश्वर सहित सभी धार्मिक आडंबरों को नकारती है लेकिन मानव व्यवहार की सभी अच्छाइयों को स्वीकारती हैनास्तिकता अपने आप में संपूर्ण धर्म है जो वस्तुनिष्ठ हैउसके ठोस नियम हैं और प्रत्यक्ष सत्य और प्रमाण के प्रति उसकी अपनी आस्था और भावनाएँ हैंनास्तिकता के विरुद्ध बोलने वाला व्यक्ति भी नास्तिक की धार्मिक आस्था को आहत करता है.
तर्कवाद और संशयवाद इसके प्रमुख घटक हैं.


Atheism rejects concept of God and all religious frills buts accepts all the good things of civilized human behavior. Atheism is a complete religion in itself with all objectivity. Its rules are solid and it has its own faith in the obvious truth and feelings towards it. A person speaking against atheism hurts faith and religious feelings of an atheist.

Rationalism and Skepticism are its major components.


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