tag:blogger.com,1999:blog-7324833772250432260.post227859830834191784..comments2024-03-23T13:05:25.067+05:30Comments on MEGHnet: Aryan Invasion? - आर्यों का आक्रमण?Bharat Bhushanhttp://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7324833772250432260.post-58207997523034759222019-09-28T05:38:48.496+05:302019-09-28T05:38:48.496+05:30सही कहा आपने. सच अपना, नेरेटिव अपना होता है. कोई उ...सही कहा आपने. सच अपना, नेरेटिव अपना होता है. कोई उन सभी में समन्वय बिठाता है तो वो उसका नेरेटिव हो जाता है.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7324833772250432260.post-26883429243863293342019-09-27T15:41:50.424+05:302019-09-27T15:41:50.424+05:30बुद्धिजीवी वर्ग और समाचार माध्यम अपना नजरिया थोपना...बुद्धिजीवी वर्ग और समाचार माध्यम अपना नजरिया थोपना कब छोड़ेंगे जबकि कुछ और सच भी होता है ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7324833772250432260.post-13753344599901886332019-09-11T07:04:26.687+05:302019-09-11T07:04:26.687+05:30पाश्चात्य इतिहासकारों को हम तीसरी पार्टी कह सकते ह...पाश्चात्य इतिहासकारों को हम तीसरी पार्टी कह सकते हैं. समस्या राष्ट्रनिर्माण (जिसे आपने शक्ति संचार कहा है) की धीमी प्रक्रिया से है. मीडिया इसमें जो भूमिका निभा सकता था वो नदारद है. दिगंबर जी आपकी टिप्पणी बहुत महत्वपूर्ण है. Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7324833772250432260.post-70238973672717408942019-09-09T14:22:12.544+05:302019-09-09T14:22:12.544+05:30पाश्चात्य लोगों ने भारत खंड के बारे में ठीक लिखा ह...पाश्चात्य लोगों ने भारत खंड के बारे में ठीक लिखा होगा ये सोचना न सिर्फ गलत है बल्कि दुश्भाव भी है ... कालान्तर में जो उन्नत सभ्यता समय के साथ ताकत में पिछड़ जाती है उसे ये सब कुछ सहना होता है जो आज भारत खंड की सभ्यता कर रही है ... इसलिए बेहतर है अपनी खोज, अपने इतिहासकार जो किसी भी विचारधारा से अप्रभावित हैं वो निचित करें ... पर ऐसा तभी संभव है जब शक्ति का संचार करे भारत खंड ... जो अभी तो दूर दूर तक दिखाई नहीं देता ... आपनी भेद-भाव को देखते हुए ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com