माननीय शरद यादव जी को कई बार संसद में बोलते सुना है और हर बार लगा है कि वे भारत के जन-जन की आवाज़ और आकांक्षाओं को वो अभिव्यक्ति दे रहे हैं जिसकी वे हकदार हैं लेकिन जिनका हक़ हर बार मारा गया है. सत्ता ने भारत की जनता के लिए कितना किया है और कितना नहीं किया गया या करना ही नहीं चाहती वो सब उनके शब्दों और स्वर की खनखनाहट में स्पष्ट झलकता है. एक राजनीतिक विचारक के रूप मेरी नज़र में वे बेजोड़ हैं. उनका हाल ही का एक वीडियो लोकसभा टीवी पर रखा गया है जिसे यहाँ शेयर कर रहा हूँ. मेघनेट के पाठकों से इस अनुरोध के साथ कि आप इसे देखें. इससे आपको भारत के उस पक्ष को समझने में मदद मिलेगी जो अकसर हमारी पकड़ से बाहर होता है.
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