हमारे देश में नास्तिकों की लंबी परंपरा है और वे अच्छी गिनती में हैं. यदि वे जनगणना के फार्म में लिख भी दें कि वे किसी धर्म को नहीं मानते तो भी उनकी गिनती हिंदुओं में की जाएगी. यदि कोई यह लिख दे कि जाति व्यवस्था के कारण वह हिंदू धर्म को नहीं मानता और कि वह हिंदू नहीं है तब भी उसे हिंदुओं में ही गिना जाएगा और उसे जातियों के ढाँचे में फिट होना ही पड़ेगा. 'हिंदू' शब्द एक कानूनी, धार्मिक और सामाजिक मकड़जाल है.
जो जाति व्यवस्था से पीड़ित है वह 'हिंदू' शब्द से खीझता है और जिसे इससे लाभ की स्थिति मिलती है वह इसके गुण गाता है. रुचिकर यह है कि पिछले दिनों कुछ समूहों की हिंदू धर्म छोड़ कर धर्मपरिवर्तन कर लेने की धमकी कारगर साबित हुई है.
नवभारत टाइम्स का एक आलेख
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