"इतिहास - दृष्टि बदल चुकी है...इसलिए इतिहास भी बदल रहा है...दृश्य बदल रहे हैं ....स्वागत कीजिए ...जो नहीं दिख रहा था...वो दिखने लगा है...भारी उथल - पुथल है...मानों इतिहास में भूकंप आ गया हो...धूल के आवरण हट रहे हैं...स्वर्णिम इतिहास सामने आ रहा है...इतिहास की दबी - कुचली जनता अपना स्वर्णिम इतिहास पाकर गौरवान्वित है। इतिहास के इस नए नज़रिए को बधाई!" - डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह


30 April 2015

Megh Bhagaton Ki Derian - मेघ भगतों की देरियाँ

जम्मू और पंजाब में बसे मेघों की बीरदारी में कोई ठीक-ठाक दिखने वाला ज़ुबानी इतिहास नहीं है इसलिए लिखे इतिहास का कोई सवाल ही नहीं. लेकिन हाल ही के कुछ वर्षों में इस पर का हुआ है

इस जाति के पूजा स्थलों के छोटे से दिखने वाले विषय पर डॉ. ध्यान सिंह ने अपनी पीएचडी की डिग्री के लिए लिखे शोधग्रंथ में पहली बार कलम चलाई. इन पूजा स्थलों को देरियाँ कहा जाता है. हर गोत्र की अपनी देरी (देवरा, देहुरी, देवरी) है, सबकी अपनी-अपनी कथा-कहानी है लेकिन ब्यौरा बहुत कम है. इस विषय पर एक प्रेज़ेंटेशन मैंने बनाई और उसे यूट्यूब पर डाला है. इसे फेसबुक पर भी डाला था और अच्छा लगा जब यह घूमती-घामती वाट्सअप से मुझ तक पहुँच गई. :) इसे आप नीचे दिए लिंक पर देख सकते हैं.



MEGHnet

15 April 2015

Anniversary of Baba Sahab Ambedkar - बाबा साहब अंबेडकर की जयंती

बाबा साहब अंबेडकर की 124वीं जयंती पर देश भर में 14-04-2015 को कार्यक्रम हुए. एक दिल्ली में भी हुआ. हर साल होता है लेकिन मुझे पता तक नहीं था. पूरी तरह एक तरफ झुके हुए मीडिया को यह उत्सव कभी नज़र नहीं आया. इतने बड़े उत्सव को पहली बार कवर करने के लिए NDTV के रवीश कुमार को बहुत धन्यवाद. आप भी देखिए. लिंक हाज़िर है. -