दलित मीडिया पर कुछ पोस्ट्स मैंने यहाँ, यहाँ, और यहाँ लिखी हैं. इस विषय
में कई लोगों और संगठनों से बात हुई है. सभी का मत एक है कि दलितों (शूद्रों का भी
कहना होगा) का अपना मीडिया होना चाहिए जो उनका पक्ष ईमानदारी से रखे.
हर राजनीतिक पार्टी का अपना एक मुख-पत्र
है. ऐसे ही कई संगठनों, जैसे आरएसएस, शिवसेना, बामसेफ आदि के मुख-पत्र हैं.
04-11-2012 को बामसेफ की एक बैठक में
संयोग से एक सज्जन जय प्रकाश से भेंट हुई जिन्होंने ‘भारत जनसंदेश’ की एक प्रति मुझे दी. यह इस समाचार-पत्र
के पहले अंक (25 सितंबर से 24 अक्तूबर 2012) की प्रति थी जिसके पृष्ठों के फोटो
नीचे दिए हैं.
अब तक दलित समुदायों के जितने समाचार-पत्र
मेरी जानकारी में आए हैं यह उनसे बेहतर है, लगभग संपूर्ण समाचार-पत्र.
पहली नज़र में यह बसपा का मुख-पत्र प्रतीत
होता है लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई. पहले एडिशन से इसके भावी रूप-रंग का
संकेत मिल जाता है. अभी उसके विस्तार में नहीं जाना चाहता. फिलहाल शुभकामनाएँ.
भारत जनसंदेश की वेबसाइट मिली- Bharat Jansandesh
भारत जनसंदेश की वेबसाइट मिली- Bharat Jansandesh
फेसबुक से प्राप्त फोटो जानकारी
MEGHnet
सबसे अच्छा तो यह है कि सारा मीडिया हर वर्ग के मुद्दे बिना भेदभाव के सामने लाये .....
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DeleteAapke Kaaran Hume Bhi Jaankari mil gayi Bhushan ji.Vrna Hume pata hi na chalta is baare me
ReplyDeleteकोशिश रहती है कि कुछ नई जानकारी मेरे पाठकों को मिले. आपका आभार संजय जी.
Deletesir jai bhim jai bhim
Deletesir mai is masik patrika ko shuru karwana chahta hu.
iske bare me mujhe jankari de athwa mera margdashan kare.
hum ye masik patrika BHARAT JANSANDES kese pa sakte hai.
बहुत अलग हटकर जानकारी देती आपकी यह पोस्ट
ReplyDeleteआभार आपका
सादर
जय भीम
ReplyDeleteश्रीमान जी मै ये मासिक पत्रिका भारत जनसन्देस शुरू करवाना चाहता हु।
इसके लिए मुझे क्या करना होगा। अथवा मै ये पत्रिका केसे पा सकता हु।
जानकारी देने का कष्ट करे।
धन्यवाद
जगदीश मेघवाल
अच्छी जानकारी है ... ओर सही है आपका चिंतन ...
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