"इतिहास - दृष्टि बदल चुकी है...इसलिए इतिहास भी बदल रहा है...दृश्य बदल रहे हैं ....स्वागत कीजिए ...जो नहीं दिख रहा था...वो दिखने लगा है...भारी उथल - पुथल है...मानों इतिहास में भूकंप आ गया हो...धूल के आवरण हट रहे हैं...स्वर्णिम इतिहास सामने आ रहा है...इतिहास की दबी - कुचली जनता अपना स्वर्णिम इतिहास पाकर गौरवान्वित है। इतिहास के इस नए नज़रिए को बधाई!" - डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह


15 January 2014

Not 'downtrodden' but 'aborigines' - 'दलित' नहीं 'मूलनिवासी'

इस विषय में अपनी बात कह सकता हूँ कि शूद्र और दलित शब्द से पीछा छुड़ाना अजा, अजजा और अपिव के लिए कठिन हो गया है तब ये क्या करें?

फेसबुक पर एक सज्जन ने सुझाया है कि दलित जैसे शब्द का प्रयोग न करके ये जातियाँ अपने लिए मूलनिवासी शब्द का प्रयोग करें. मुझे यह सुझाव ठीक प्रतीत होता है क्योंकि यह ऐतिहासिक रूप से सार्थक है.

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